13 जनवरी 2000 से प्रकाशित

चावल निर्यात को बढ़ावा: रेलवे अधिकारियों ने किया एमएमएलपी नया रायपुर का दौरा

रायपुर 2025-08-21

छत्तीसगढ़ के चावल निर्यात की संभावनाओं को गति देने के उद्देश्य से भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) के वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को नया रायपुर स्थित मल्टी मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) का दौरा किया। एरिया हेड (एरिया–III) सुश्री जी. गायत्री और क्लस्टर हेड (हैदराबाद) सुश्री अनीता बारिक के नेतृत्व में हुए इस दौरे का मुख्य फोकस राज्य से व्यापार को बढ़ावा देना और माल ढुलाई को सुगम बनाना रहा।
छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम (सीएसआईडीसी) के कार्यकारी निदेशक श्री आलोक त्रिवेदी एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में एमएमएलपी के माध्यम से चावल निर्यात को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के सहयोग पर चर्चा हुई। त्रिवेदी ने निर्यात और घरेलू दोनों कारोबारी गतिविधियों को मजबूत करने का भरोसा दिलाया।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रायपुर के मंडल रेल प्रबंधक से हुई चर्चा में रेल परिचालन को सुचारु बनाने और कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (कॉनकॉर) सुविधा का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।

एमएमएलपी में आयोजित व्यापारिक हितधारकों की बैठक में छत्तीसगढ़ राइस एक्सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. मुकेश जैन सहित प्रमुख चावल निर्यातक, आयातक और कस्टम हाउस एजेंट शामिल हुए। बैठक में खाली कंटेनरों की कमी और आंतरिक ढुलाई शुल्क को तर्कसंगत बनाने की आवश्यकता प्रमुख मुद्दे रहे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सुश्री गायत्री ने आश्वासन दिया कि कॉनकॉर शिपिंग लाइनों के साथ सक्रिय रूप से संवाद करेगा। उन्होंने निर्यातकों को कॉनकॉर कंटेनरों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया और बताया कि कॉनकॉर ने हाल ही में अपना शिपिंग सर्विस शुरू किया है, जो ईएक्सआईएम व्यापार को और सहारा देगा।

अलग-अलग बैठकों में खाद्य सचिव, छत्तीसगढ़ शासन, श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले, और प्रबंध निदेशक, सी.जी. मार्कफेड, श्रीमती किरण कौशल, से भी चर्चा हुई। इनमें चावल की ढुलाई को आसान बनाने और एमएमएलपी, नया रायपुर से घरेलू कार्गो के उपयोग को प्रोत्साहित करने पर बातचीत हुई।

दौरा सकारात्मक माहौल में समाप्त हुआ, जहां रेलवे अधिकारियों ने सीएसआईडीसी, राज्य सरकार के प्रतिनिधियों, चावल निर्यातकों और व्यापारिक हितधारकों की सक्रिय भूमिका और रचनात्मक सुझावों की सराहना की। उम्मीद है कि यह संयुक्त प्रयास एमएमएलपी, नया रायपुर को निर्यात और घरेलू लॉजिस्टिक्स का प्रमुख केंद्र बनाने में तेजी लाएगा।