13 जनवरी 2000 से प्रकाशित

विश्व अंगदान जागरूकता दिवस पर जेएलएन अस्पताल में विशेषज्ञों की व्याख्यानमाला

रायपुर 2025-08-09

जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र के सभागार में शनिवार को विश्व अंगदान जागरूकता समारोह के तहत अंगदान और स्किन डोनेशन विषय पर देश के प्रख्यात चिकित्सकों की व्याख्यानमाला आयोजित की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ।

इस अवसर पर निदेशक, नेशनल बर्न सेंटर (एरोली, मुंबई) डॉ. सुनील केसवानी, विभागाध्यक्ष (प्लास्टिक सर्जरी एवं बर्न विभाग, डीके सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, रायपुर) प्रो. डॉ. दक्षेश शाह, जॉइंट डायरेक्टर (राज्य अंग एवं उत्तक प्रत्यारोपण संगठन–सोटो) डॉ. वरुण अग्रवाल, कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. रविंद्रनाथ एम., मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनीता द्विवेदी, डॉ. कौशलेंद्र ठाकुर, डॉ. सौरभ मुखर्जी और डॉ. उदय कुमार उपस्थित रहे। स्वागत गीत अस्पताल की नर्सिंग टीम ने प्रस्तुत किया।

डॉ. केसवानी ने स्किन बैंक के प्रति जन-जागरूकता प्रयासों को लगातार जारी रखने पर जोर देते हुए भिलाई स्किन बैंक को प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना साझा की। उन्होंने कहा कि स्किन डोनेशन से गंभीर रूप से झुलसे रोगियों के जीवन बचाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। व्याख्यान के बाद उन्होंने अस्पताल के स्किन बैंक का अवलोकन कर उसकी कार्यप्रणाली की सराहना की।

डॉ. रविंद्रनाथ एम. ने ऐसे जनहितकारी और जागरूकता आधारित कार्यक्रमों के नियमित आयोजन की प्रतिबद्धता व्यक्त की। व्याख्यानमाला के प्रथम सत्र में नेत्र विशेषज्ञ डॉ. चित्रा सुनाव ने कॉर्निया डोनेशन के महत्व पर प्रकाश डाला और सेक्टर-9 अस्पताल में नेत्र बैंक स्थापना की संभावनाओं पर चर्चा की। डॉ. वरुण अग्रवाल ने अंगदान से संबंधित कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी, जबकि डॉ. दक्षेश शाह ने स्किन बैंक के संचालन एवं प्रक्रियाओं का विस्तार से वर्णन किया।

कार्यक्रम में अतिथियों को शाल, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही पूर्व आयोजित पोस्टर प्रदर्शनी और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। संचालन डॉ. अनिरुद्ध मेने और डॉ. जोयिता सरकार ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. उदय कुमार ने प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ बर्न एवं प्लास्टिक सर्जन डॉ. मदन लाल जैन, डॉ. दीपक कोठारी, डॉ. विश्वामित्र दयाल सहित बड़ी संख्या में चिकित्सक, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद रहा।