13 जनवरी 2000 से प्रकाशित

एनआईटी रायपुर में आयोजित हुआ क्लीन अप ड्राइव और हेकेथान का आयोजन

रायपुर 2025-06-03

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर में विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के उपलक्ष्य में 31 मई से 5 जून 2025 तक सप्ताहभर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में 3 जून 2025 को स्वच्छता अभियान और हैकाथॉन प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया। ये कार्यक्रम मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्देशानुसार, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय अभियान “मिशन लाइफ” के तहत आयोजित किए जा रहे हैं। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम है — “वैश्विक स्तर पर प्लास्टिक प्रदूषण का अंत”।

स्वच्छता अभियान में संस्थान के निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव, रजिस्ट्रार डॉ. नरेंद्र डी. लोंढे, डॉ. डी. सी. झारिया, शिक्षकगण, अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी ने परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों की सफाई कर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर निदेशक महोदय ने उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण के लिए संकल्प दिलाया। यह अभियान गणित विभागाध्यक्ष डॉ. देबाशीष मिश्रा के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

इसी दिन “सस्टेनेबल कैंपस के लिए नवाचार” विषय पर हैकाथॉन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों ने प्लास्टिक मुक्त कैंटीन, हॉस्टल और पर्यावरण अनुकूल गोदाम डिज़ाइन जैसी कई रचनात्मक और पर्यावरण हितैषी योजनाएँ प्रस्तुत कीं। इस प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के रूप में डॉ. मृदु साहू, डॉ. नईम अहमद, डॉ. मधु कृष्णा प्रियदर्शिनी और डॉ. दीपिका अग्रवाल उपस्थित रहे। इसके अलावा डॉ. डी. सी. झारिया और डॉ. कविता शर्मा ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। हैकाथॉन का सफल संचालन आईटी विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ. मृदु साहू के नेतृत्व में किया गया।

31 मई से 5 जून 2025 तक चल रहे इस कार्यक्रम के अंतर्गत 4 जून को सीपेट (CIPET) भ्रमण और विशेष व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा। 5 जून 2025 को ग्रीन चैंपियन सम्मान, पुरस्कार वितरण एवं संकल्प ग्रहण समारोह के साथ कार्यक्रम का समापन किया जाएगा।

इन कार्यक्रमों का उद्देश्य संस्थान के विद्यार्थियों एवं स्टाफ में पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता बढ़ाना और स्वच्छ, हरा-भरा तथा प्लास्टिक मुक्त भारत के निर्माण में सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।