13 जनवरी 2000 से प्रकाशित

Narcotics Control Bureau

2025-03-17

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा है कि ड्रग्स माफिया पर कोई रहम नहीं किया जाएगा।

88 करोड़ रुपये की मेथमफेटामाइन गोलियों की एक बड़ी खेप जब्त करने और अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल के 4 सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को बधाई देते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने X पर किए गए पोस्ट में कहा कि ड्रग्स की बड़े पैमाने पर हुई यह बरामदगी जांच के लिए अपनाए जा रहे 'बॉटम टु टॉप' और 'टॉप टु बॉटम' अप्रोच की शानदार सफलता का प्रमाण है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और गृह मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में, NCB पूरे देश में Ruthless Approach के साथ ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क से मुकाबला कर रहा है

केन्द्रीय गृह मंत्री ने अपने पोस्ट में कहा, "ड्रग कार्टेल के लिए कोई रहम नहीं। मोदी सरकार के नशा मुक्त भारत के निर्माण के अभियान को गति देते हुए, 88 करोड़ रुपये की मेथमफेटामाइन गोलियों की एक बड़ी खेप जब्त की गई और इंफाल एवं गुवाहाटी जोन में अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। ड्रग की यह खेप जांच के लिए अपनाए जा रहे ‘बॉटम टु टॉप’ और ‘टॉप टु बॉटम’ अप्रोच की शानदार सफलता का प्रमाण है। ड्रग्स की हमारी तलाश जारी है। NCB की टीम को हार्दिक बधाई।"

    No mercy for drug cartels.

    Accelerating the Modi govt's march to build a drug-free Bharat, a massive consignment of methamphetamine tablets worth ₹88 crore is seized, and 4 members of the international drug cartel are arrested in Imphal and Guwahati zones. The drug haul is a…
    — Amit Shah (@AmitShah) March 16, 2025

अभियान का विवरण

पहली कार्रवाई में 13.03.2025 को सूचना के आधार पर NCB इम्फाल ज़ोन के अधिकारियों ने लिलोंग क्षेत्र के पास एक ट्रक को रोका और वाहन की पूरी तरह से टोह लेने के बाद ट्रक के पिछले हिस्से में टूल बॉक्स/केबिन से 102.39 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की गोलियां बरामद कीं। ट्रक में सवार दो लोगों को पकड़ा भी गया। बिना किसी देरी के टीम ने तुरंत एक फॉलो अप कार्रवाई की और लिलोंग क्षेत्र से प्रतिबंधित सामग्री के संदिग्ध रिसीवर को पकड़ लिया। उसके पास से एक चार पहिया वाहन भी बरामद किया गया, जिसका इस्तेमाल ड्रग तस्करी के लिए किया जाता था। बाद में तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रतिबंधित सामग्री का संदिग्ध स्रोत मोरेह है। मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है।

प्राप्त सूचना के आधार पर उसी दिन एक अन्य अभियान में NCB गुवाहाटी ज़ोन के अधिकारियों ने सिलचर के पास असम-मिज़ोरम सीमा पर एक SUV को रोका और उसकी गहन तलाशी ली, जिसमें वाहन के स्पेयर टायर के अंदर छिपाई गई 7.48 किलोग्राम मेथमफेटामाइन गोलियां बरामद हुईं और वाहन सवार को भी पकड़ लिया, जिसे बाद में गिरफ़्तार कर लिया गया। तस्करी का स्रोत मणिपुर का मोरेह था और संदिग्ध गंतव्य करीमगंज था। मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है।

एक अन्य घटनाक्रम में NCB, मिजोरम सरकार के आबकारी विभाग से एक मामले की जांच भी अपने हाथ में ले रही है, जिसमें 6 मार्च को ब्रिगेड बावंगकॉन आइजोल (Brigade Bawngkawn Aizawl) में लगभग 46 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ जब्त किया गया था। इस मामले में ड्रग सिंडिकेट में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ड्रग तस्करी नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय संबंधों की जांच के लिए NCB द्वारा मामले की जांच की जा रही है।

पूर्वोत्तर क्षेत्र अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण मादक पदार्थों की तस्करी के दृष्टिकोण से भारत के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में से एक के रूप में उभरा है। इस संवेदनशील पहलू को पहचानते हुए गृह मंत्रालय (MHA) ने क्षेत्र में ड्रग्स के खिलाफ युद्ध को और मजबूत करने के लिए वर्ष 2023 में NCB की ताकत बढ़ाई थी। NCB अपनी पांच क्षेत्रीय इकाइयों और पूर्वोत्तर में एक क्षेत्रीय मुख्यालय के माध्यम से क्षेत्र में सक्रिय मादक पदार्थों, विशेष रूप से मेथमफेटामाइन टैबलेट जैसे सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। मेथमफेटामाइन टैबलेट को याबा (YABA) के नाम से जाना जाता है और इसने न केवल क्षेत्र की युवा आबादी के लिए बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा किया है।