नई दिल्ली 2025-07-06
कैलाश मानसरोवर यात्रा के तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कल उत्तराखंड के पिथौरागढ़ पहुंचा। इस अवसर पर पारंपरिक चोलिया नृत्य का आयोजन भी किया गया।
इस दौरान ढोल-दामौ की लयबद्ध आवाज और “बम-बम भोले” की गूंज से एक आध्यात्मिक तथा जीवंत सांस्कृतिक वातावरण उत्पन्न हो गया।
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए भारतीय क्षेत्र में सभी प्रबंध कुमाउ मंडल विकास निगम द्वारा किए गए हैं। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ लिपुलेक दर्रे तक जाएगी। संपर्क अधिकारी संजय गुंज्याल ने कहा है कि पहली बार एक डॉक्टर और बावर्ची सहित पांच सदस्यीय दल इस 18 दिवसीय यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के साथ रहेगा। पहले जत्थे में 32 पुरुष और 13 महिलाओं सहित 45 तीर्थयात्री हैं।