13 जनवरी 2000 से प्रकाशित

वायुसेना से सौर सेना : सौर ऊर्जा से शून्य हुआ बिजली बिल

कोरबा 2025-09-12

हर घर रोशन हो, हर परिवार आत्मनिर्भर बने इसी सपने को साकार कर रही है भारत सरकार की प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना। इस योजना ने आज देश के करोड़ों परिवारों के जीवन में बदलाव ला रही है। यह केवल बिजली उपलब्ध कराने का माध्यम नहीं है, बल्कि नागरिकों को स्वच्छ ऊर्जा से जोड़ते हुए पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। छत्तीसगढ़ का कोरबा जिला, जो ऊर्जा नगरी के रूप में पूरे देश में अपनी अलग पहचान रखता है, अब पारंपरिक ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहा है। यहाँ के ग्रामीण और शहरी परिवार इस योजना से लाभान्वित होकर आत्मनिर्भरता और बचत की नई मिसालें गढ़ रहे हैं। इन्हीं लाभार्थियों में दादरखुर्द निवासी श्री अजय राज बेन भी शामिल हैं, जिन्होंने इस योजना का लाभ उठाकर अपने परिवार के जीवन में नया उजाला लाया।

    भारतीय वायुसेना में सेवाएँ देने के बाद अब वह समाज में ऊर्जा सशक्तिकरण के प्रतीक बन चुके हैं। वर्ष 2024 में उन्होंने प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत अपने घर की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल स्थापित कराया। इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार से उन्हें 78,000 की सब्सिडी प्राप्त हुई, जिसने इस स्थापना को सहज और किफायती बना दिया। सौर ऊर्जा से अब उनके घर की हर ज़रूरत पूरी होती है। पंखे, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन, टेलीविजन और अन्य सभी घरेलू उपकरण अब बिना किसी रुकावट के चलते हैं। पहले जहाँ हर माह बिजली बिल की चिंता होती थी, वहीं अब उनके घर का बिल शून्य हो गया है। इतना ही नहीं, अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भी भेजी जाती है, जिससे न केवल राज्य के ऊर्जा संतुलन में उनका योगदान है, बल्कि यह ऊर्जा अन्य जरूरतमंद परिवारों तक भी पहुँच रही है।

उन्हें इस योजना की जानकारी अखबार में प्रकाशित एक विज्ञापन से मिली। इसके बाद उन्होंने अपने पड़ोसी की मदद से आधिकारिक वेबसाइट https://pmsuryaghar.gov.in पर आवेदन किया। आवेदन प्रक्रिया सरल और पूरी तरह पारदर्शी रही। आवेदन के बाद विशेषज्ञ टीम ने उनके घर का सर्वेक्षण किया और निर्धारित समय-सीमा में सोलर पैनल की स्थापना कर दी। पूरी प्रक्रिया में न तो किसी प्रकार की जटिलता रही और न ही किसी तरह की बाधा। उन्होंने बताया कि सरकार ने जिस पारदर्शी व्यवस्था और समयबद्धता के साथ इस योजना को लागू किया है, वह सचमुच सराहनीय है। 

    श्री बेन का कहना है कि इस योजना ने उन्हें दोहरा लाभ मिला है। एक ओर उनके परिवार को मुफ्त और अबाधित बिजली मिल रही है, वहीं दूसरी ओर वे पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रहे हैं। कोयला और डीजल जैसे पारंपरिक स्रोतों पर निर्भर रहने की बजाय वे अब सूर्य की असीम ऊर्जा का उपयोग कर रहे हैं। आज दादरखुर्द ही नहीं, बल्कि आसपास के गाँवों और इलाकों में भी कई लोग उनकी सफलता से प्रेरित होकर इस योजना से जुड़ रहे हैं। उनके पड़ोसी, रिश्तेदार और मित्र इस पहल को देखकर उत्साहित हैं और सौर ऊर्जा अपनाने के लिए आगे आ रहे हैं।

    प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना केवल आज की ऊर्जा आवश्यकताओं का समाधान नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक सुरक्षित और स्वच्छ भविष्य का आधार है। इस योजना से हर घर की छत पर सोलर पैनल लगाकर भारत तेजी से आत्मनिर्भर ऊर्जा राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है। कोरबा जैसे औद्योगिक जिले में जहाँ कोयला उत्पादन की पहचान रही है,  वहां यह कहानी इस बात का प्रमाण है कि सरकार की योजनाएँ न केवल लोगों के जीवन को आसान बना रही हैं, बल्कि हरित विकास और सतत भविष्य की नींव भी रख रही हैं। अपने अनुभव साझा करते हुए श्री अजय राज बेन कहते हैं “अब मुझे यह चिंता नहीं रहती कि बिजली का बिल कितना आएगा।

सूर्यघर योजना ने सचमुच घर-घर में रोशनी और उम्मीद जगाई है। मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने हम जैसे आम नागरिकों के जीवन में इतनी बड़ी सुविधा और आत्मनिर्भरता का मार्ग खोला। प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना वास्तव में एक ऐतिहासिक कदम है।” यह योजना वास्तव में भारत सरकार की उस दूरदृष्टि को दर्शाती है, जिसमें हर घर तक स्वच्छ ऊर्जा पहुँचाकर देश को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का सपना साकार हो रहा है।